Here we have provided रचना के आधार पर वाक्य-भेद और रूपांतरण Hindi Vyakaran Class 10 Hindi Course B which will provide a quick glimpse of the chapter and improve the learning experience. It will ensure that remembering and retaining the syllabus is easier and more efficient. You can also view NCERT Solutions for Class 10 Hindi to help the students in learning complex topics and chapters in an easy way.
आज के समय में, यह देखा गया है कि अधिकांश छात्रों को कक्षा 10 के लिए अपने पाठ्यक्रम में हिंदी अध्याय को हल करने में कठिनाई होती है। यह परीक्षा पास करने और अच्छे ग्रेड बनाए रखने में एक बड़ी बाधा हो सकती है। इसलिए, यहां हम कक्षा 10 हिंदी के लिए एनसीईआरटी समाधान लाए हैं जो छात्रों को किसी भी प्रकार की परीक्षा या पेपर का सामना करने के लिए तैयार करेगा। यह उन्हें जटिल विषयों और आसान अध्यायों को आसान तरीके से सीखने में मदद करेगा ताकि सीखना मजेदार और कुशल हो जाए। आप यहां कक्षा 10 के हिंदी व्याकरण नोट्स भी देख सकते हैं।
वाक्य किसे कहते हैं?
1. सरल या साधरण वाक्य
2. संयुक्त वाक्य
3. मिश्र वाक्य
सरल या साधरण वाक्य
परिभाषा - जिन वाक्यों में एक उद्देश्य, एक विधेय और एक ही मुख्य क्रिया हो, उन्हें साधारण वाक्य कहते हैं। जैसे -• मोहन जा रहा है|
• राम खा रहा है|
ऊपर दिए गए वाक्यों में 'मोहन' और 'राम' कर्ता हैं तथा 'जा रहा है' और 'खा रहा है' क्रिया हैं| इन वाक्यों में एक ही कर्ता और क्रिया हैं इसलिए ये सरल वाक्य हैं|
संयुक्त वाक्य
परिभाषा - जहाँ दो या दो से अधिक उपवाक्य किसी योजक से जुड़े होते हैं, वे संयुक्त वाक्य कहलाते हैं। संयोजक द्वारा जुड़े रहने पर भी प्रत्येक वाक्य स्वतंत्र होते हैं और एक-दूसरे पर आश्रित नहीं रहते| जैसे -• मोहन ने अपना काम किया और घर जाने लगा|
• राम ने बहुत मेहनत किया इसलिए वह परीक्षा में प्रथम आया|
मिश्र वाक्य
• मोहन ने कहा कि वह बाजार जाएगा|
• वह तो जाएगा पर मैं नहीं जाऊँगा|
उपवाक्य
मिश्र वाक्य में आश्रित उपवाक्य मुख्यतः तीन प्रकार के होते हैं -(क) संज्ञा उपवाक्य: जिस आश्रित उपवाक्य का प्रयोग प्रधान उपवाक्य की क्रिया के कर्म या पूरक के रूप में प्रयुक्त होता है, उसे संज्ञा उपवाक्य कहते हैं| जैसे -
• राम ने कहा कि वह कलकत्ता जा रहा है|
इस वाक्य में 'वह कलकत्ता जा रहा है' संज्ञा उपवाक्य है|
(ख) विशेषण उपवाक्य: जो आश्रित उपवाक्य अपने प्रधान वाक्य की किसी संज्ञा या सर्वनाम की विशेषता बताता है, उसे विशेषण उपवाक्य कहते हैं| जैसे -
• जो मेहनती होता है, वही आगे बढ़ता है|
(ग) क्रियाविशेषण उपवाक्य: जो आश्रित उपवाक्य प्रधान उपवाक्य की क्रिया का विशेषण बनकर आता है, वह क्रियाविशेषण उपवाक्य कहलाता है| जैसे -
• जब तुम खेल रहे थे, तब मैं आया|
इसके पांच भेद होते हैं -
1. कालसूचक उपवाक्य
• जब मैं खेलने गया, तब बारिश हो रही थी|
2. स्थानवाचक उपवाक्य
• जिधर तुम जा रहे हो, उधर ही मैं भी जा रहा हूँ|
3. रीतिवाचक उपवाक्य
• आपको मैं जैसा कहूं, वैसा ही करें|
4. परिमाणवाचक उपवाक्य
• जो जितनी मेहनत करेगा, उसे उतने ही अच्छे अंक मिलेंगें|
5. परिणाम अथवा हेतुसूचक उपवाक्य
• यदि अच्छी वर्षा होगी तो फसल की उपज ज्यादा होगी|
वाक्य रूपांतरण
वाक्य रूपांतरण करते समय हमें इस बात का ध्यान रखना होता है कि वाक्य के भाव और विचार में कोई अंतर ना आए|1. सरल वाक्य से संयुक्त वाक्य बनाने के लिए हम वाक्य में इसलिए, और जैसे योजक लगाकर दो उपवाक्य बनाते हैं|
2. सरल वाक्य से मिश्र वाक्य बनाने के लिए हमें सरल वाक्यों में से प्रधान वाक्य और आश्रित वाक्य की पहचान करना होता है। प्रायः आश्रित उपवाक्य चूँकि, जब, जो, यदि, जिसने, जहाँ, जैसे, ऐसा आदि से आरंभ होता है।
3. संयुक्त वाक्य को साधारण वाक्य में बदलने के लिए पहले योजक चिह्न को हटाना होता है। अब अर्थ में परिवर्तन किये बिना उपवाक्य को पदबंध में बदलना होता है।
4. मिश्र वाक्य को साधारण वाक्य में बदलने के लिए पहले इन्हें दो सरल वाक्यों में बदलना होता है।
5. संयुक्त वाक्य को मिश्र वाक्य में बदलने के लिए योजक हटाकर ऐसा दो उपवाक्य बनाना होता है जो परस्पर एक दूसरे पर आश्रित हैं।
6. मिश्र वाक्य को संयुक्त वाक्य में बदलने से पहले उसे दो सरल वाक्यों में बदलकर उचित योजक लगाना होता है|
• सरल वाक्य - बारिश होते ही मेंढक आवाज़ करने लगे|
• सयुंक्त वाक्य - बारिश शुरू हुआ और मेंढक आवाज़ करने लगे|
• मिश्र वाक्य - जैसे ही बारिश होने लगी, वैसे ही मेंढक आवाज़ करने लगे|