आज इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको बताने जा रहें हैं कि CBSE Board कक्षा 12वीं और 10वीं के छात्रों के लिए सैंपल पेपर (sample paper) हल करना कितना आवश्यक है और सैंपल पेपर छात्रों को किस प्रकार सहायक हैं | तथा साथ ही साथ आपको कुछ ऐसे खास टिप्स भी बतायेंगे जिनकी मदद से आप परीक्षा की तैयारी सही और सहज तरीके से कर सकेंगे|
छात्रों के लिए कक्षा 10वीं और 12वीं की परीक्षा बहुत अहम होती है| यह एक ऐसा समय है जब आप अपने करियर(career) को एक सही या गलत मार्गदर्शन दे सकते हैं| खास तौर पर यदि बात की जाए कक्षा 12वीं के छात्रों की तो उनके लिए यह समय काफी महत्व रखता है| छात्र यदि इस समय का सही तरीके से सदुपयोग करें तो वह सफलता के मार्ग पर आसानी से बढ़ सकते हैं| आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से कुछ ऐसे खास टिप्स बतायेंगे जिनकी मदद से छात्र अपनी बोर्ड परीक्षा की तैयारी सही और सहज तरीके से कर सकेंगे|
यहाँ हम आपको बताने जा रहें हैं कि CBSE तथा UP Board कक्षा 12वीं और 10वीं के छात्रों के लिए सैंपल पेपर(sample paper) हल करना कितना आवश्यक है और सैंपल पेपर छात्रों के लिए किस प्रकार सहायक हैं:
1. परीक्षा के तनाव को दूर करने में सहायक: सबसे बड़ा डर छात्रों का एग्जाम को लेकर यह होता है कि पता नहीं एग्जाम में कैसे प्रश्न पूछे जाने वाले हैं.......? यहाँ तक की अच्छी तैयारी होने के बावजूद छात्रों को एग्जाम में आने वाले प्रश्नों को लेकर काफी उलझन रहती है| दरअसल इसका केवल एक कारण है की छात्र ठीक तरह से प्रश्न पत्र से परिचित नहीं हैं| यदि आप सैंपल पेपर(sample paper) हल करना शुरू करते हैं तो आपका यह डर सबसे पहले दूर होगा क्यूंकि जब आप सैंपल पेपर हल करेंगे तो आपको यह आसानी से पता चल जायेगा की आपके प्रश्न पत्र का पैटर्न कैसा होगा, परीक्षा में किस सेक्शन से कितने प्रश्न पूछे जाते हैं, ज्यादा तर कौन से प्रश्न हैं जो बार-बार परीक्षा में दोहराए जाते हैं………इत्यादि|
3 रिवीजन में है सहायक : जैसा की हम सब जानते हैं सैंपल पेपर्स (sample papers) में सभी सेक्शन तथा सभी टॉपिक से जुड़े प्रश्न मौजूद होते हैं| जिस कारण यह एग्जाम से पहले विषय को दोहराने का एक अच्छा तरीका है| छात्र जितना सैंपल पेपर हल करेंगे उतना ज्यादा उनका उस विषय पर कांसेप्ट क्लियर होगा जोकि परीक्षा के लिए काफी सहायक साबित होगा|
4. मार्किंग स्कीम: मार्किंग स्कीम का ठीक तरीके से पता होना बहुत आवश्यक है क्योंकि अधिकतर छात्रों को यह पता ही नहीं होता है कि किस सेक्शन (section) से कितने मार्क्स के प्रश्न एग्जाम में पूछे जा सकते हैं| उदाहरण के तौर पर यदि आप कक्षा 12वी के विद्यार्थी हैं और आपको पता है कि आपके गणित के पुरे सिलेबस में कौन-कौन से टॉपिक हैं जिनसे अधिक मार्क्स के प्रश्न पूछे जाते हैं तो आप अपनी तैयारी के समय उन टॉपिक्स पर ज्यादा ध्यान दे पाएंगे|
5. टाइम मैनेजमेंट: सैंपल पेपर छात्रों में टाइम मैनेजमेंट की स्किल्स को इम्प्रूव करने का एक अच्छा तरीका है| यदि छात्र सैंपल पेपर(sample paper) को हल करने के लिए एक समय सुनिश्चित कर लें और उस समय अन्तराल(time duration) के अन्दर ही यदि अपना पूरा प्रश्न हल करने की कोशिश करें तो उन्हें परीक्षा के दौरान समय सीमा(time limit) के अतिरिक्त प्रश्न हल करने में परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा|
6. सेल्फ कॉन्फिडेंस : सेल्फ कॉन्फिडेंस(self confidence) छात्रों में अपने तैयारी को लेकर होना बहुत ज़रूरी है| तथा सैंपल पेपर हल करने पर छात्रों में एग्जाम को लेकर जो अनुभूति होती है वह दूर हो जाती है| जिस कारण छात्रों में सेल्फ कॉन्फिडेंस बढ़ता है| छात्र प्रैक्टिस के साथ- साथ आपने वीक एरियाज, स्ट्रोंग एरियाज को भी आकलन कर पाते हैं| छात्रों में प्रश्न पत्र हल करने की एक्यूरेसी(accuracy) भी बढ़ती है|
निष्कर्ष: आज इस आर्टिकल में हमने छात्रों को कुछ ऐसे टिप्स बताएं हैं जिनको यदि वह अपने पढ़ने या परीक्षा की तैयारी में सम्मिलित करें तो यह उनके भविष्य में सफलता के लिए काफी मददगार साबित होगा|
शुभकामनाएं !!